Ramseva Trust मंत्र क्या है ? क्या होती है मंत्र शक्ति ? मंत्र जाप मम दृढ़ बिस्वासा। पंचम भजन सो बेद प्रकासा॥ * मंत्र परम लघु जासु बस बिधि हरि हर सुर सर्ब। महामत्त गजराज कहुँ बस कर अंकुस खर्ब॥ भावार्थ:- जिसके वश में ब्रह्मा, विष्णु, शिव और सभी देवता हैं, वह मंत्र अत्यन्त […]
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Ramseva Trust सूर्य और वास्तु कौन सा समय किस काम के लिए होता है शुभ? सूर्य, वास्तु शास्त्र को प्रभावित करता है इसलिए जरूरी है कि सूर्य के अनुसार ही हम भवन निर्माण करें तथा अपनी दिनचर्या भी सूर्य के अनुसार ही निर्धारित करें।1: सूर्योदय से पहले रात्रि 3 से सुबह 6 बजे का समय ब्रह्म […]
कार्तिक मास 6 अक्टूबर से शुरू हो रहा है। कार्तिक मास के समान कोई मास नहीं है, सतयुग के समान कोई युग नहीं है। वेदों के समान कोई शास्त्र नहीं और गंगा के समान कोई तीर्थ नहीं है। स्कन्द पुराण में भी कार्तिक मास को सबसे उत्तम मास माना गया है। इसी तरह सभी […]
भगवान के आगे दीपक जलाने का महत्व
Ramseva Trust: जब हम किसी देवता का पूजन करते हैं तो सामान्यतः दीपक जलाते हैं। दीपक किसी भी पूजा का महत्त्वपूर्ण अंग है । हमारे मस्तिष्क में सामान्यतया घी अथवा तेल का दीपक जलाने की बात आती है और हम जलाते हैं। जब हम धार्मिक ग्रंथों के अनुसार भिन्न-भिन्न देवी-देवताओं की साधना अथवा सिद्धि के […]
जानिएआपका कौनसा चक्र बिगडा है ?
Ramseva Trust जानिएआपका कौनसा चक्र बिगडा है ? 1. मूलाधार चक्र – गुदा और लिंग के बीच चार पंखुरियों वाला ‘आधार चक्र’ है । आधार चक्र का ही एक दूसरा नाम मूलाधार चक्र भी है। इसके बिगड़ने से वीरता,धन ,समृधि ,आत्मबल ,शारीरिक बल ,रोजगार ,कर्मशीलता,घाटा,असफलता रक्त एवं हड्डी के रोग ,कमर व […]
Shri Ramchandra Sevadham Trust, Nawalgarh पीपल की पूजा करने से क्यों मिट जाता है शनि का प्रकोप? जब किसी इंसान पर शनिदेव की महादशा चल रही होती है तो उसे पीपल की पूजा का उपाय जरूर बताया जाता है। कई बार मन में यह सवाल उठता है कि ब्रम्हांड के सबसे शक्तिशाली और क्रूर ग्रह […]
स्वर्गारोही और नर्कगामी
Shri Ramchandra Sevadham Trust, Nawalgarh स्वर्गारोही और नर्कगामी !! अनिष्टमिष्टं मिश्रं च त्रिविधं कर्मणः फलम् ।भवत्यत्यागिनां प्रेत्य न तु सन्न्यासिनां क्वचित् ॥अनिष्ट – नरक और पशु-पक्षी आदि योनिरुप, इष्ट – स्वर्ग और देवयोनिरुप तथा मिश्र – इष्ट और अनिष्ट मिश्रित मनुष्य योनि रुप, इस प्रकार यह पुण्य-पाप रुप कर्मों का फल तीन प्रकार का होता […]
Shri Ramchandra Sevadham Trust, Nawalgarh भगवान विष्णु का द्वितीय अवतार कूर्म अवतार की विस्तृत कथा। कूर्म अवतार को ‘कच्छप अवतार’ (कछुआ के रूप में अवतार) भी कहते हैं। कूर्म के अवतार में भगवान विष्णु ने क्षीरसागर के समुद्रमंथन के समय मंदार पर्वत को अपने कवच पर संभाला था। इस प्रकार भगवान विष्णु, मंदर पर्वत और […]
Shri Ramchandra Sevadham Trust, Nawalgarh शिव महापुराण में भगवान शिव के अनेक अवतारों का वर्णन मिलता है, लेकिन बहुत ही कम लोग इन अवतारों के बारे में जानते हैं। धर्म ग्रंथों के अनुसार भगवान शिव के 19 अवतार हुए थे। आज हम आपको बता रहे हैं भगवान शिव के 19 अवतारों के बारे में- 1- […]
Shri Ramchandra Sevadham Trust, Nawalgarh भगवान शिव के माता पिता कौन हैं ? पौराणिक मान्यता के अनुसार भगवान शिव के माता पिता से जुड़े रहस्य को जानने के लिए ऋषि यों ने एक बार उनसे प्रशन किया और पूछा कि हे महादेव आपको किसने जन्म दिया है ? शिव के माता पिता से जुड़े प्रशन […]