‘योग’ शब्द ‘युज समाधौ’ आत्मनेपदी दिवादिगणीय धातु में ‘घं’ प्रत्यय लगाने से निष्पन्न होता है। इस प्रकार ‘योग’ शब्द का अर्थ हुआ- समाधि अर्थात् चित्त वृत्तियों का निरोध। वैसे ‘योग’ शब्द ‘युजिर योग’ तथा ‘युज संयमने’ धातु से भी निष्पन्न होता है किन्तु तब इस स्थिति में योग शब्द का अर्थ क्रमशः योगफल, जोड़ तथा […]
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Shri Ramchandra Sevadham Trust
Shri Ramchandra Sevadham Trust Jhajhar, MDR25B, Nawalgarh, Rajasthan 333042 094605 41211 https://maps.app.goo.gl/J6PoL
कृष्ण जन्माष्टमी की बधाई
कृष्ण जन्माष्टमी की बधाई देनी है तो ऐसे दीजिये कि – जिसने पैदा होते ही संसार को मोह लिया अपने को बंधन से मुक्त कर नन्द के घर पहुँचे नन्द के आनंद भयो जय कन्हैया लाल की जिसने अपने को मारने आए राक्षसो को भी मोक्ष दे दिया पूतना जो जहर पिलाने आई थी उसको […]
गुरु की गरिमा से बड़ा नहीं कहीं आकार
Ramseva Trust गुरु की उर्जा सूर्य-सी, अम्बर-सा विस्तार .गुरु की गरिमा से बड़ा, नहीं कहीं आकार. गुरु का सद्सान्निध्य ही,जग में हैं उपहार.प्रस्तर को क्षण-क्षण गढ़े, मूरत हो तैयार.गुरु वशिष्ठ होते नहीं, और न विश्वामित्र.तुम्हीं बताओ राम का, होता प्रखर चरित्र?गुरुवर पर श्रद्धा रखें, हृदय रखें विश्वास.निर्मल होगी बुद्धि तब, जैसे रुई- कपास.गुरु की करके […]
शिव सहस्त्रनामावली
Ramseva Trust ऊँ स्थिराय नमः, ऊँ स्थाणवे नमः, ऊँ प्रभवे नमः, ऊँ भीमाय नमः, ऊँ प्रवराय नमः, ऊँ वरदाय नमः, ऊँ वराय नमः, ऊँ सर्वात्मने नमः, ऊँ सर्वविख्याताय नमः, ऊँ सर्वस्मै नमः ऊँ सर्वकाराय नमः, ऊँ भवाय नमः, ऊँ जटिने नमः, ऊँ चर्मिणे नमः,ऊँ शिखण्डिने नमः, ऊँ सर्वांङ्गाय नमः, ऊँ सर्वभावाय नमः, ऊँ हराय नमः, […]
Ramseva Trust मंत्र क्या है ? क्या होती है मंत्र शक्ति ? मंत्र जाप मम दृढ़ बिस्वासा। पंचम भजन सो बेद प्रकासा॥ * मंत्र परम लघु जासु बस बिधि हरि हर सुर सर्ब। महामत्त गजराज कहुँ बस कर अंकुस खर्ब॥ भावार्थ:- जिसके वश में ब्रह्मा, विष्णु, शिव और सभी देवता हैं, वह मंत्र अत्यन्त […]
Ramseva Trust सूर्य और वास्तु कौन सा समय किस काम के लिए होता है शुभ? सूर्य, वास्तु शास्त्र को प्रभावित करता है इसलिए जरूरी है कि सूर्य के अनुसार ही हम भवन निर्माण करें तथा अपनी दिनचर्या भी सूर्य के अनुसार ही निर्धारित करें।1: सूर्योदय से पहले रात्रि 3 से सुबह 6 बजे का समय ब्रह्म […]
दीपावली पर देवी लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए 51 उपाय – हिन्दुओं के सभी पर्वों में दीपावली का सबसे अधिक महत्तव है। इस पर्व पर धन की देवी महालक्ष्मी को प्रसन्न करने की लिए उनका पूजन किया जाता है। यदि इस दिन सर्वश्रेष्ठ मुहूर्त में सही विधि-विधान से लक्ष्मी का पूजन कर लिया जाए तो अगली दीपावली तक लक्ष्मी कृपा […]
कार्तिक मास 6 अक्टूबर से शुरू हो रहा है। कार्तिक मास के समान कोई मास नहीं है, सतयुग के समान कोई युग नहीं है। वेदों के समान कोई शास्त्र नहीं और गंगा के समान कोई तीर्थ नहीं है। स्कन्द पुराण में भी कार्तिक मास को सबसे उत्तम मास माना गया है। इसी तरह सभी […]
भगवान के आगे दीपक जलाने का महत्व
Ramseva Trust: जब हम किसी देवता का पूजन करते हैं तो सामान्यतः दीपक जलाते हैं। दीपक किसी भी पूजा का महत्त्वपूर्ण अंग है । हमारे मस्तिष्क में सामान्यतया घी अथवा तेल का दीपक जलाने की बात आती है और हम जलाते हैं। जब हम धार्मिक ग्रंथों के अनुसार भिन्न-भिन्न देवी-देवताओं की साधना अथवा सिद्धि के […]