रामबाण शनि उपाय के पौराणिक शनि मंत्र :-
नीलांजनसमाभासं रविपुत्रं यमाग्रजम्।
छायामार्तण्डसम्भूतं तं नमामी शनैश्चरम्॥
यह बहुत ही शीघ्र फ़ल देने वाला शनि मंत्र है. माना जाता है
यदि इस मंत्र को स्वयं या किसी प्रखर विद्वान से करवाया जाएँ तो जातक को राजा के सभान वैभव प्राप्त होता है |
वैदिक शनि मंत्र –
ॐ शं नो देवीरभिष्टय आपो भवन्तु पीतये शं योरभिस्त्रवन्तु न:।।
इस मंत्र का सुबह-शाम दो माला जाप करने से शनि की प्रसन्नता और कृपा प्राप्ति होती है.
शनि गायत्री मंत्र –
ॐ भगभवाय विद्महे मृत्युरुपाय धीमहि, तन्नो शनि: प्रचोदयात्।
घर में सदैव सुख-शान्ति का माहौल बना रहे, इसके लिए शनि गायत्री मंत्र का जाप करें |
शनि स्तुति –
कोणस्थ: पिंगलो वभ्रू: कृष्णौ रौद्रान्त को यम:।
सौरि:शनैश्चरौ मंद: पिप्पलादेन संस्तु:॥
सुबह स्नानादि से निवृत होकर इस शनि स्तुति का पाठ करने से पूरा दिन सुखमय व उल्लासपूर्ण बीतता है |
शनि ग्रह पीड़ा निवारण मंत्र –
सूर्यपुत्रे दीर्घ देहो विशालाक्ष: शिवप्रिय:।
मंदचार: प्रसन्नात्मा पीड़ां हरतु में शनि:॥
प्रातः काल सूर्य नमस्कार कर इस मंत्र का जाप करें. भगवान शनि के प्रकोप को कम करने का बहुत ही उपयोगी मंत्र है |
बीज मंत्र –
ॐ प्रां प्रीं प्रौं सः शनैश्चराय नमः।
शनि उपासना के लिए इस मंत्र का श्रद्धापूर्वक जाप करने से भगवान शनि की कृपा प्राप्ति होती है |
शनि ग्रह पीड़ा नाशक मंत्र –
ऊँ शं शनैश्चराय नम: |
अत्यंत सरल इस शनि मंत्र के द्वारा, शनि के प्रकोप से सुरक्षा तो होती ही है साथ मनुष्यों की सभी मंगलकामनाएँ भी पूर्णं होती हैं |